चालु आर्थिक वर्षको तेस्रो त्रैमास अर्थात चैत मसान्तसम्म वाणिज्य बैंकहरुको औसत प्रतिफलदर १३.८१ प्रतिशत रहेको छ । तेस्रो त्रैमासिक वित्तीय विवरणका आधारमा ५ बैंक बाहेक सबै बैंकको प्रतिफलदर दोहोरो अंकमा देखिन्छ भने १३ बैंकको प्रतिफलदर औसत भन्दा उच्च रहेको छ ।
वाणिज्य बैंकहरुले प्रकाशन गरेको वित्तीय विवरणहरुको आधारमा लगानीकर्तालाई उच्च प्रतिफल दिने बैंकहरुको सूचीमा एनआईसी एशिया पहिलो नम्बरमा देखा परेको छ । एनआइसी एशियाले लगानीकर्तालाई २३.२६ प्रतिशत प्रतिफल दिएको छ । दोस्रो नम्बरमा रहेको सानिमाको १९.७३ प्रतिशत छ । सबैभन्दा कम सेन्चुरी बैंकको प्रतिफलदर ४.६४ प्रतिशत मात्र छ ।
तेस्रो त्रैमासिक अवधिसम्ममा ११ वाणिज्य बैंकको प्रतिफलदर १५ प्रतिशतभन्दा माथि छ । समग्र बैंकिङ्ग क्षेत्रको औसत प्रतिफलदर १३.८१ प्रतिशत रहेकोमा १४ वाणिज्य बैंकको औसत भन्दा कम रहेको छ । २३ वाणिज्य बैंकहरुको प्रतिफल दोहोरो अंकमा रहदा ५ बैंकको प्रतिफलदर एकल अंकमा मात्र रहेको छ ।
उच्चप्रतिफल दिने बैंकमा एनआइसी एशिया, सानिमा बैंक, राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक, प्रभु बैंक, प्राइम बैंक, नबिल बैंक, ग्लोबल आइएमइ, एनबी (नेपाल बंगलादेश) बैंक, एनएमबी बैंक, सिद्धार्थ बैंक, माछापुछ्रे बैंक रहेका छन् । यी बैंकहरुको प्रतिफलदर १५ प्रतिशतदेखि २३ प्रतिशतसम्म छ । न्यून प्रतिफलदर रहेका पाँच बैंकमा सेञ्चुरी बैंक, सिभिल बैंक, नेपाल एसबीआई बैंक, नेपाल बैंक र कृषि विकास बैंक रहेका छन् । यी बैंकहरुको प्रतिफलदर १० प्रतिशत भन्दा कम छ ।
चैत मसान्तसम्मको वित्तीय विवरणको आधारमा ब्लु चिप मानिएका पुराना बैंकहरु भन्दा नयाँ बैंकहरु अगाडि आएका छन् । रिटर्न अन इक्विटी अर्थात् लगानीकर्ताले पाउने प्रतिफल कुल आयमा शेयरधनीको स्वपूँजी लगानीले भाग गरेर निकालिन्छ । शेयरधनीको स्वपूँजी लगानी कम्पनीको सम्पत्तिमा यसको दायित्व कटाएर निकालिन्छ रिटर्न अन इक्विटी उच्च हुनुले उक्त कम्पनीको नाफा गर्ने क्षमता (प्रोफिट्याबिलिटी) उच्च रहेको जनाउँछ ।
Bank | Networth | Profit | ROE | Rank | CAR | Branches |
Nic Asia | 20,231,878 | 3,004,816 | 23.26% | 1 | 11.44% | 255 |
Sanima | 14,396,899 | 1,856,169 | 19.73% | 2 | 13.99% | 86 |
Rastriya Banijya | 26,815,642 | 3,270,086 | 18.52% | 3 | 12.88% | 242 |
Prabhu | 17,345,188 | 2,109,605 | 18.46% | 4 | 11.53% | 213 |
Prime | 23,461,237 | 2,817,676 | 18.20% | 5 | 14.07% | 191 |
Nabil | 31,006,989 | 3,679,869 | 17.95% | 6 | 12.28% | 119 |
Global IME | 32,214,934 | 3,578,270 | 16.66% | 7 | 13.22% | 272 |
Nepal Bangladesh | 14,899,605 | 1,638,410 | 16.47% | 8 | 13.77% | 99 |
NMB | 23,725,142 | 2,516,486 | 15.82% | 9 | 13.28% | 180 |
Siddhartha | 19,939,522 | 2,065,239 | 15.41% | 10 | 13.37% | 189 |
Machhapuchchre | 12,614,904 | 1,290,613 | 15.20% | 11 | 11.75% | 160 |
Mega | 19,909,754 | 1,972,756 | 14.66% | 12 | 12.22% | 185 |
Kumari | 18,803,535 | 1,808,484 | 14.19% | 13 | 13.98% | 192 |
Nepal Investment | 30,355,280 | 2,847,132 | 13.80% | 14 | 14.78% | 86 |
Citizens | 17,128,101 | 1,545,341 | 13.22% | 15 | 13.86% | 167 |
Laxmi | 16,259,900 | 1,288,084 | 11.47% | 16 | 11.72% | 127 |
Sunrise | 14,456,552 | 1,130,042 | 11.31% | 17 | 13.91% | 139 |
NCC Bank | 14,262,266 | 1,101,180 | 11.16% | 18 | 13.78% | 128 |
Standard Chartered | 16,025,862 | 1,183,620 | 10.63% | 19 | 17.86% | 12 |
BOKL | 15,979,441 | 1,169,343 | 10.53% | 20 | 13.88% | 90 |
Everest | 21,004,465 | 1,507,445 | 10.31% | 21 | 12.82% | 100 |
Himalayan | 18,357,041 | 1,287,157 | 10.05% | 22 | 13.19% | 70 |
Agricultural Dev | 30,565,572 | 2,073,061 | 9.70% | 23 | 21.10% | 276 |
Nepal Bank | 34,147,630 | 2,262,277 | 9.46% | 24 | 13.67% | 212 |
Nepal SBI | 15,315,149 | 878,646 | 8.12% | 25 | 14.15% | 103 |
Civil | 10,664,718 | 502,554 | 6.59% | 26 | 11.43% | 114 |
Century | 10,643,649 | 358,150 | 4.64% | 27 | 12.33% | 122 |
Total | 540,530,855 |
50,742,510 |
13.81% | 4129 |
नेपाल राष्ट्र बैंकका अनुसार वाणिज्य बैंकहरूको पूँजी पर्याप्तता अनुपात ११ प्रतिशत हनुपर्छ । पूँजी प्रयाप्तताका हिसाबले कृषि विकास बैंक सबैभन्दा बिलयो देखिएको छ । जसको यस्तो अनुपात २१.१० प्रतिशत छ । त्यसपछि स्ट्याण्डर्ड चाटर्ड बैंकको १७.८६ प्रतिशत छ ।
सबैभन्दा कम एनआइसि एशियाको ११.४४ प्रतिशत मात्र पूँजी पर्याप्तता रहेको छ । प्रभु, माछापुच्छ्रे, लक्ष्मी र सिभिलको पनि १२ प्रतिशत भन्दा कम छ । सामान्यतया उच्च प्रतिफल हुने बैंकहरुको पूँजी पर्याप्तता कम रहेको छ ।धेरै पुँजी पर्याप्तता अनुपात कायम गर्ने स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड, नेपाल इन्भेष्टमेन्ट बैंक लगायतको प्रतिफलदर सोही कारण पनि केही कम भएको देखिन्छ । पूँँजी पर्याप्तता माथि हुँदा पूँजी उपयोगविहीन रहेका कारण पनि प्रतिफल कमजोर रहेको हो।
सञ्चालनमा रहेका २७ वाणिज्य बैंकहरूमा व्यवसाय विस्तारको हिसाबले कृषि विकास बैंक अगाडि देखिन्छ । जसको २७६ वटा शाखा संञ्जाल रहेका छन् । दोस्रोमा ग्लोबल आइइमईको शाखा २७२, एनआइसी एशियाको २५५, राष्ट्रिय वाणिज्य बैंकको २४२, प्रभुको २१३ तथा नेपाल बैंकको २१२ शाखा संचालनमा रहेका छन् । सबैभन्दा कम शाखा हुने स्ट्याण्डर्ड चाटर्डको १२ शाखा मात्र रहेका छन् । त्यपछिको कम शाखा हुने हिमालयन बैंकको ७० शाखा मात्र रहेको छन् । नेपाल बंगलादेश बैंक, इन्भेष्टमेन्ट बैंकका शाखा पनि सय भन्दा कम रहेका छन् ।
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