वाणिज्य बैंकहरुले कोर बैंकिङ भन्दा बाहिरका गतिविधि बढाएका छन् । बैंकहरुले नियमित बैंकिङ व्यावसायबाट हुने आम्दानी घट्ने भएपछि नाफा बढाउन गैर बैंकिङ गतिविधि बढाएका हुन् ।
चालु आर्थिक वर्षको तेस्रो त्रैमासमा बैंकहरुको नाफा १२ प्रतिशत भन्दा धेरैले बढेको छ । यो अवधिमा बैंकहरुको आम्दानीको मूख्य स्रोत ब्याज आम्दानी घटेको छ । बैंकहरुको यो नाफा वृद्धि विगतको बार्षिक दरको हाराहारीमा रहेको छ । अघिल्लो आर्थिक वर्षमा बैंकहरुको खुद नाफा २० प्रतिशतले बढाएका थिए । गत वर्षको चैतसम्ममा अघिल्लो आवको चैतको तुलनामा करिब एक प्रतिशतले नाफा घटेको थियो ।
चालु आवमा बैंकहरुले कोरोनाका कारण प्रभावित उद्योग व्यवसायीलाई ब्याज छुट देखि कर्जाको पुनसंरचना र पुनरतालिकीकरण गरेको अवस्था छ । त्यसका साथै खराब कर्जामा वर्गिकरण गर्ने तथा कर्जा असुलिमा समेत लचक हुन राष्ट्र बैंकले निर्देशन दिएको छ । जुन हाल पनि कायम नै रहेको छ । यस्तो अवस्थामा पनि बैंकहरुले नाफाका लागि गरेको दौडले भने वित्तीय प्रणालीमा थप जोखिम बढाएको अनुमान गर्न सकिन्छ ।
चालु आर्थिक वर्षको तेस्रो त्रैमाससम्ममा बैंकहरुले ५० अर्ब ७४ करोड २५ लाख रुपैयाँ खुद नाफा गरेका छन् । सञ्चालनमा रहेका २७ वाणिज्य बैंकहरुको यो नाफा गत आर्थिक वर्षको चैतमसान्तसम्मको तुलनामा १२.१४ प्रतिशतले धेरै हो । गत आवको चैतसम्ममा बैंकहरुले ४५ अर्ब २४ करोड ७४ लाख रुपैयाँ खुद नाफा गरेका थिए ।
अघिल्लो आर्थिक वर्षको तुलनामा चालु आवमा वित्तीय प्रणालीको ब्याजदर घटेको छ । त्यसका साथै नेपाल राष्ट्र बैंकले गत असारदेखि कर्जा र निक्षेप बिचको ब्याजदर अन्तर ४.४ प्रतिशत कायम गर्नु पर्ने व्यवस्था गरेपछि ब्याज आम्दानीमा झनै असर गरेको छ । तर, बैंकहरुको नाफाको वृद्धि ठिक विपरीत छ । कोर बैंकिङ क्षेत्रबाट हुने आम्दानी कोरोनाका कारण संगै नेपाल राष्ट्र बैैंकको नीतिका कारण घट्न पुगेको छ । तर, चालु आवको तेस्रो त्रैमाससम्ममा बैंकहरुको ब्याज आम्दानी घटेको भएपनि खुद नाफा बढेको छ । त्यसका साथै बैंकहरुले यो अवधिमा उच्च दरमा पुरानो प्रोभिजनिङलाई राइट ब्याक गरेको हुनाले पनि नाफा बढेको नेपाल बैंकर्स संघका अध्यक्ष भुवन कुमार दाहालले बताए ।
2077 chaitra | ||||||
Bank (Rs 000) | Loan | Net Intrest Income | Net Fee And Comission | Trading Income | Other Income | Net profit |
NIC Asia | 259,208,670 | 6,584,392 | 1,274,153 | 219,997 | 160,002 | 3,004,816 |
Global IME | 233,111,974 | 6,870,212 | 1,232,741 | 466,740 | 397,315 | 3,578,270 |
Nabil | 194,498,167 | 5,096,962 | 1,208,332 | 452,058 | 1,055,068 | 3,679,869 |
Rastriya Banijya Bank | 179,179,510 | 6,345,925 | 656,564 | 122,640 | 399,955 | 3,270,086 |
Nepal Investment | 160,982,035 | 4,295,185 | 765,442 | 537,537 | 599,011 | 2,847,132 |
Siddhartha | 158,410,253 | 3,933,116 | 814,692 | 598,080 | 543,473 | 2,065,239 |
NMB | 153,578,651 | 4,309,018 | 911,477 | 253,607 | 195,608 | 2,073,061 |
Agricultural Dev | 146,573,257 | 4,428,607 | 1,143,326 | 652,361 | 269,842 | 2,516,486 |
Prabhu | 142,397,610 | 3,835,366 | 817,529 | 518,792 | 221,473 | 2,109,605 |
Mega | 137,719,677 | 4,088,218 | 494,769 | 208,896 | 338,124 | 1,972,756 |
Kumari | 134,734,347 | 3,827,218 | 584,845 | 295,187 | 318,852 | 1,808,484 |
Prime | 133,884,117 | 4,406,421 | 1,035,705 | 217,125 | 178,584 | 2,817,676 |
Nepal Bank | 133,090,259 | 4,714,068 | 592,650 | 320,670 | 372,103 | 2,262,277 |
Everest | 127,690,234 | 2,814,346 | 575,517 | 251,386 | 109,016 | 1,507,445 |
Himalayan | 127,142,044 | 2,710,972 | 497,560 | 451,301 | 72,542 | 1,287,157 |
Sanima | 117,431,321 | 3,272,017 | 663,604 | 319,834 | 45,917 | 1,856,169 |
Machhapuchchre | 116,439,642 | 3,163,190 | 828,808 | 188,690 | 75,022 | 1,290,613 |
Citizens | 112,687,601 | 2,540,821 | 558,287 | 356,542 | 116,919 | 1,545,341 |
Laxmi | 106,184,566 | 2,355,895 | 635,065 | 250,071 | 404,354 | 1,288,084 |
Nepal SBI | 102,849,085 | 1,957,813 | 724,768 | 258,488 | 17,138 | 878,646 |
Bank of Kathmandu | 96,207,652 | 2,352,673 | 428,289 | 219,615 | 94,429 | 1,169,343 |
Sunrise | 95,704,116 | 2,570,176 | 769,919 | 208,196 | 65,928 | 1,130,042 |
NCC Bank | 92,347,671 | 2,158,917 | 487,685 | 162,941 | 378,988 | 1,101,180 |
Civil | 81,198,307 | 1,540,385 | 287,975 | 168,922 | 87,187 | 502,554 |
Century | 75,895,895 | 1,917,907 | 315,229 | 130,770 | 37,115 | 358,150 |
Nepal Bangladesh | 69,925,088 | 1,983,597 | 842,330 | 265,147 | 192,441 | 1,638,410 |
Standard Chartered | 65,478,979 | 1,832,750 | 491,985 | 408,295 | 155,337 | 1,183,620 |
Total | 3,554,550,728 | 95,906,167 | 19,639,246 | 8,503,888 | 6,901,743 | 50,742,511 |
चालु आर्थिक वर्ष कोरोनाका कारण बैंकहरुलाई बैंकिङ व्यवसाय विस्तारका लागि चुनौतिपुर्ण रह्यो । बैंकहरुमा निक्षेप मात्रै थुप्रिएर अधिक तरलताको समस्या समेत देखा पर्यो । तरपनि बैंकहरुले विगतका आर्थिक वर्षहरुको तुलनामा धेरै कर्जा प्रबाह गरेको दाहालको भनाई छ । चालु आवको चैसम्ममा बैंकहरुले ६९४ अर्ब ४१ करोड रुपैयाँ कर्जा प्रबाह गरेका छन् । “गत विगतका वर्षहरुमा बैंकहरुले ४ देखि ५ खर्ब कर्जा प्रबाह गर्थे,” उनले भने,“चालु आवको चैतसम्मको अवधिमा प्रबाह भएको कर्जा विगतका वर्षहरुसंग तुलनामा गर्दा पनि धेरै हो ।”
चालु आर्थिक वर्षको चैतसम्ममा बैंकहरुको ब्याज आम्दानी करिब ६० अर्ब रुपैयाँले घटेको छ । त्यसैगरी ब्याज खर्च पनि करिब ३८ अर्बले घटेको छ । चालु आवको चैतसम्ममा बैंकहरुको खुद ब्याज आम्दानी २ अर्ब १७ करोड रुपैयाँले घटेको छ । यो अवधिमा सञ्चालनमा रहेका १८ बैंकहरुको ब्याज आम्दानी नै घटेको छ । त्यसैगरी १८ बैंकको ब्याज खर्च पनि घटेको छ ।
तर, चालु आवको तेस्रो त्रैमाससम्ममा बैंकहरुको अन्य क्षेत्रको आम्दानी उच्च दरमा बढेको छ । यो अवधिमा बैंकहरुका आम्दानीका शिर्षकहरुमा फि एण्ड कमिसन १०.५८, टे«डिङ १५.८८ र अन्य १०६.९२ प्रतिशतले वढेका छन् । बैंकहरुको यो क्षेत्रको आम्दानी सेवा शुल्क, टे«जरीको लगानी तथा शेयर कारोबार मार्फत हुने आम्दानी हो ।
2076 chaitra | ||||||
Bank (Rs 000) | Loan | Net Intrest Income | Net Fee And Comission | Trading Income | Other Income | Net profit |
NIC Asia | 175,438,344 | 5,522,594 | 1,845,007 | 285,291 | 309,250 | 2,502,498 |
Global IME | 201,636,697 | 6,003,352 | 1,001,206 | 392,822 | 126,182 | 2,702,615 |
Nabil | 155,557,811 | 5,370,512 | 1,007,882 | 338,068 | 351,316 | 3,158,685 |
Rastriya Banijya Bank | 152,964,154 | 6,972,181 | 447,649 | 42,470 | 500,736 | 3,036,293 |
Nepal Investment | 143,162,811 | 4,535,952 | 868,420 | 689,734 | 211,992 | 2,495,528 |
Siddhartha | 128,276,033 | 4,185,448 | 679,907 | 372,959 | 160,012 | 1,339,983 |
NMB | 120,657,170 | 4,295,777 | 660,499 | 317,150 | 198,169 | 1,883,283 |
Agricultural Dev | 123,168,425 | 4,361,864 | 1,294,774 | 296,233 | 24,954 | 2,040,024 |
Prabhu | 102,972,587 | 3,597,758 | 575,460 | 314,172 | 186,315 | 1,464,163 |
Mega | 82,419,436 | 3,183,389 | 391,403 | 211,518 | 109,218 | 1,451,090 |
Kumari | 92,756,722 | 2,752,684 | 407,153 | 235,126 | 75,460 | 1,012,714 |
Prime | 115,739,627 | 3,340,858 | 682,171 | 193,454 | 51,257 | 2,030,675 |
Nepal Bank | 105,839,814 | 4,218,247 | 505,267 | 314,230 | 200,831 | 1,996,583 |
Everest | 120,373,993 | 4,346,365 | 799,980 | 194,010 | 95,857 | 2,352,655 |
Himalayan | 110,964,573 | 3,842,464 | 522,322 | 508,568 | 94,381 | 2,317,114 |
Sanima | 94,986,304 | 3,242,763 | 542,333 | 331,857 | 61,392 | 1,618,722 |
Machhapuchchre | 94,736,780 | 3,038,910 | 729,486 | 184,313 | 71,770 | 1,166,856 |
Citizens | 76,449,425 | 2,244,813 | 406,882 | 226,856 | 48,018 | 1,091,245 |
Laxmi | 92,932,283 | 2,610,496 | 545,829 | 216,934 | 96,593 | 1,089,978 |
Nepal SBI | 100,228,491 | 3,139,893 | 623,012 | 214,276 | 25,568 | 1,438,211 |
Bank of Kathmandu | 82,432,269 | 2,878,780 | 383,562 | 252,122 | 46,318 | 873,493 |
Sunrise | 2,994,392 | 711,053 | 171,702 | 58,175 | 935,283 | |
NCC Bank | 68,734,116 | 2,506,270 | 389,208 | 127,023 | 41,338 | 1,165,889 |
Civil | 52,759,211 | 1,708,980 | 201,534 | 137,903 | 46,852 | 360,535 |
Century | 60,017,462 | 2,251,585 | 204,449 | 148,230 | 19,695 | 915,778 |
Nepal Bangladesh | 61,900,618 | 2,141,053 | 758,241 | 144,180 | 31,316 | 1,005,010 |
Standard Chartered | 60,165,626 | 2,794,771 | 574,540 | 477,022 | 92,450 | 1,802,594 |
Total | 2,777,270,782 | 98,082,151 | 17,759,229 | 7,338,223 | 3,335,415 | 45,247,497 |
“चालु आवको चैतसम्ममा बैंकहरुको प्रोभिजनिङ मार्फत मात्र करिब ५ अर्ब राइट ब्याक भएको छ,” दाहालले भने,“यसले गर्दा पनि नाफा वढेको हो ।” चैतसम्ममा बैंकहरुले गरेको लगानीकै आधारमा पनि ६ अर्ब ६८ करोड प्रोभिजनिङ गर्नु पर्ने अवस्था रहेकोमा राइटब्याक धेरै भएको हुनाले करिब एक अर्ब २१ करोडमा सिमित रहेको उनले बताए ।
बैंकहरुको नाफा १२ प्रतिशतले बढ्नका लागि रिकभरी र गैर बैंकिङ क्रियाकलापबाट भएको आम्दानीको योगदान उच्च रहेको उनी बताउछन् । “बैंकहरुले कोर बैंकिङ भन्दा बाहिर गएर आम्दानी बढाउन खोज्दा जोखिम पनि संगसंगै बढ्ने हुन्छ,” उनले भने ।
चालु आर्थिक वर्षको चैतसम्ममा बैंकहरुले ९५ अर्ब ९० करोड रुपैयाँ खुद ब्याज आम्दानी गरेका छन् । गत आवको सोही अवधिमा बैंकहरुले ९८ अर्ब ८ करोड रुपैयाँ खुद ब्याज आम्दानी गरेका थिए ।
त्यसैगरी बैंकहरुले चालु आवको तेस्रो त्रैमाससम्ममा १९ अर्ब ६३ करोड रुपैयाँ फि तथा कसिमन मार्फत आम्दानी गरेका छन् । गत आवको सोही अवधिमा बैंकहरुले उक्त शिर्षकमा १७ अर्ब ७५ करोड रुपैयाँ आम्दानी गरेका थिए ।
चालु आवको चैतसम्ममा बैंकहरुले ८ अर्ब ५० करोड रुपैयाँ ट्रेडिङ इनकम गरेका थियो । तर, गत आवको सोही अवधिमा बैंकहरुले टे«डिङ इनकम ७ अर्ब ३३ करोड रुपैयाँ मात्र गरेका थिए ।
चालु आवमा बैंकहरुले शेयरमा लगानी गरेर अन्य आम्दानी शतप्रतिशत भन्दा धेरैले बर्ढाका छन् । गत आवको चैतसम्ममा ३ अर्ब ३३ करोड ५४ लाख रुपैयाँ अन्य आम्दानी गरेका बैंकहरुले चालु आवको सोही अवधिमा ६ अर्ब ९० करोड रुपैयाँ कमाएका छन् ।
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